Sunday, April 15, 2007

'शाका लाका बूम बूम'












संगीत के दीवानों की कहानी है 'शाका लाका बूम बूम'। चार लोग, जिनके लिए संगीत ही सबकुछ है। जो संगीत के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। संगीत को अपनी जिंदगी मानने वाले ये चारों युवा कुछ नया करना चाहते हैं। ऐजे (बॉबी देवोल) जो गायकी के साथ-साथ संगीत भी तैयार करता है। वह संगीत की दुनिया में अपनी एक अच्छी-खासी पहचान बना चुका है। उसने अपनी मेहनत और लगन से अपनी मंजिल पा ली है, जहाँ वह पहुँचना चाहता था। लेकिन वह नहीं चाहता कि कोई उससे आगे निकल जाए। रेजी (उपेन पटेल) किसी भी कीमत पर ऐजे की तरह लोकप्रियता हासिल करना चाहता है। वह हमेशा सफलता के पीछे भागने की कोशिश करता है। उसके अंदर प्रतिभा से ज्यादा जलन की भावना है।

उसने संगीत के लिए किसी भी तरह का संघर्ष नहीं किया है, लेकिन वह बिना किसी संघर्ष के ही अपनी मंजिल पा लेना चाहता है।रुही (कंगना राउत) एक प्यारी-सी गायिका है। जो ऐजे और रेजी के बीच आ जाती है। वह ऐजे की काफी इज्जत करती है और रेजी को चाहने लगती है। शीना (सेलिना जेटली) एक महात्वाकांक्षी पीआर प्रोफेशनल है। एक वक्त ऐसा था जब वह रेजी के लिए कुछ भी करने को तैयार थी लेकिन अब उसे बर्बाद करने के लिए वह कुछ भी कर सकती है। फिल्म की कहानी शुरू होती है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले हुए संगीत की दुनिया से। 'शाका लाका बूम बूम' में दो अलग-अलग सोच रखने वाले एक ही क्षेत्र के लोगों को दिखाया गया है। संगीत की दुनिया में गला-काट प्रतियोगिता और उसे अपने अनुसार इस्तेमाल करने की होड़ का ही मानों संसार फैला हुआ है। लेकिन ऐजे को ये चीजें छू नहीं पाई है। वह न्यूयॉर्क में संगीत के क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम है। लोग उसे काफी पसंद भी करते हैं। ऐजे, रेजी, रुही और शीना का संगीत के साथ जुड़ना और उनका आपस में मिलना क्या-क्या परिस्थितियाँ पैदा करता है 'शाका लाका बूम बूम' के प्रदर्शन के बाद ही उस राज पर से परदा उठ पाएगा।

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