








फिर वही अंदाज- 'खन्ना एण्ड अय्यर'
निर्देशक- हेमंत हेगड़े कलाकार- सरवर आहूजा, अदिति शर्मा, यशपाल शर्मा, अरुण बख्शीसंगीत- तबुन सूत्रधार बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म 'खन्ना एण्ड अय्यर' के जरिए हेमंत हेगड़े दर्शकों का ध्यान तो खींचेंगे, लेकिन बॉक्स-ऑफिस पर फिल्म के चलने की उम्मीद शायद ही की जा सकती है। फिल्म की कहानी : यह आर्यन खन्ना (सरवर आहूजा) और नंदिनी (अदिति शर्मा) की कहानी है, जिनके परिवारों के बीच तनतनी है। खन्ना और अय्यर परिवारों के बीच पिसते दोनों प्रेमी घर से भाग जाते हैं। इनके पीछे डोगा (यशपाल शर्मा) नाम का आतंकवादी और एक नेता (अरुण बख्शी) भी लग जाता है। इस क्रम में काफी ड्रामा होता है और जीत प्रेम की होती है।अभिनय एवं अन्य पक्ष : अभिनय के दृष्टिकोण से सरवर आहूजा ने अपनी प्रतिभा साबित की है। वहीं अदिति शर्मा के अभिनय में भी आत्मविश्वास की झलक दिखी। पहली फिल्म होने की हिचक उनके अभिनय में नहीं थी। मनोज पाहवा का अभिनय अपने किरदार के साथ पूरी तारतम्यता नहीं बिठा पाया। वहीं काफी दिनों बाद इस फिल्म के जरिए परदे पर नजर आए मुश्ताक खान का अभिनय सराहनीय रहा। प्रतीक्षा लोनकर के साथ-साथ अन्य कलाकारों का अभिनय भी ठीक-ठाक कहा जा सकता है। फिल्म के अन्य पक्षों पर नजर डालें तो तबुन सूत्रधार का संगीत भी बेहतर बन पड़ा है। वैसे बहुत ही कम दृश्यों में फिल्म को समेटने का प्रयास किया गया है, फिर भी लक्ष्मण उटेकर का फिल्मांकन बेहतर है। कुला मिलाकर अगर कहा जाए तो 'खन्ना एण्ड अय्यर' एक कमजोर कहानी पर बनी फिल्म है। जिसमें किसी बड़े नाम का न होना भी इसका एक कमजोर पक्ष है, जो दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में ज्यादा सफल नहीं हो पाएगी।
No comments:
Post a Comment